शब्द का अर्थ
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धर्माधिकारी (रिन्) :
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पुं० [सं० धर्म-अधि√कृ (करना)+ णिनि] १. धर्म और अधर्म की व्यवस्था देने वाला, विचारक। न्यायाधीश। २. भारतीय देशी रियासतों और बड़े-बड़े धनवानों के यहाँ का वह अधिकारी जो निश्चय करता था कि किस धर्म में कितना धन व्यय किया जाए। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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